Bharat’s Yoga Economy: Harnessing Traditional Wisdom for Global Health

– Anushka Verma Abstract: The global wellness industry has increasingly turned to Bhārat’s ancient yogic traditions as a source of holistic health solutions. This paper critically examines the concept of a “Yoga Economy,” conceptualizing it as an intersection of traditional Indian wisdom, global health imperatives, and economic sustainability. Drawing upon classical sources such as the…

2 अप्रैल से भारत पर लागू होगा रेसिप्रोकल टैरिफ, फॉर्मा सहित इन सेक्टरों में भारी नुकसान की आशंका

2 अप्रैल से भारत पर लागू होगा रेसिप्रोकल टैरिफ, फॉर्मा सहित इन सेक्टरों में भारी नुकसान की आशंका

दुनिया की सबसे बड़ी और पारवफुल अर्थव्यवस्था यानी अमेरिका की आर्थिक स्थिति लंबे समय से खस्ता चल रही है. कंज्यूमर कॉन्फिडेंस में गिरावट, बेरोजगारी आंकड़ों पर दबाव और मंहगाई में बढ़ोतरी के बीच अब ट्रेड वॉर ने मंदी का खतरा बढ़ा दिया है. अमेरिकी कंज्यूमर कॉन्फिडेंस में अगस्त 2021 के बाद से सबसे बड़ी गिरावट आई है, जिससे उन संकेतकों को सपोर्ट मिला जो बताते हैं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों ने अमेरिका को आर्थिक मंदी की ओर बढ़ा दिया है.

दुनिया की सबसे बड़ी और पारवफुल अर्थव्यवस्था यानी अमेरिका की आर्थिक स्थिति लंबे समय से खस्ता चल रही है. कंज्यूमर कॉन्फिडेंस में गिरावट, बेरोजगारी आंकड़ों पर दबाव और मंहगाई में बढ़ोतरी के बीच अब ट्रेड वॉर ने मंदी का खतरा बढ़ा दिया है. अमेरिकी कंज्यूमर कॉन्फिडेंस में अगस्त 2021 के बाद से सबसे बड़ी गिरावट…

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ का आने वाले दिनों में देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद है. मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंथा नागेश्वरन ने कहा है कि कुंभ के आयोजन से देश की आर्थिक गति को भी बढ़ावा मिलेगा. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि कुंभ से अर्थव्यवस्था को सकारात्मक गति मिल सकती है.

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ का आने वाले दिनों में देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद है. मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंथा नागेश्वरन ने कहा है कि कुंभ के आयोजन से देश की आर्थिक गति को भी बढ़ावा मिलेगा. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि कुंभ से अर्थव्यवस्था को सकारात्मक गति मिल सकती है.

The Ascendancy of Nationhood (Rashtratv) and Nationalism (Rashtrabhav) in Bharat after 2014

-By Dr Rakesh Arya (Researcher)   Abstract: The post-2014 period in Bharat has witnessed a distinct shift in the discourse on nationhood (Rashtratv) and nationalism (Rashtrabhav), marked by the interplay of political, cultural, and ideological transformations. This article examines the evolving contours of these concepts in the socio-political landscape of contemporary India, particularly under the…