छोटे और मध्यम उद्यम, बाजारीकरण और स्वदेशी की अवधारणा
स्वत्रंता प्राप्ति के पश्चात भारतीय राज्य ने अपने विकास का जो मॉडल अपनाया उसकी बुनियाद औपनिवेशिक भारतीय राज्य व्यवस्था से है। भारत में विकास के जिस मॉडल को अपनाया गया वह वास्तव में पश्चिमी विकासीय मॉडल का ही एक प्रतिबिम्ब रहा है। पश्चिम की तर्ज पर ही भारतीय राज्य व्यवस्था औध्योगिक पूँजीवाद के मार्ग को…