हाल ही में स्वावलंबी भारत अभियान के नेतृत्व में स्वदेशी शोध संस्थान ने उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन के अवसर पर राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) बेंगलुरू द्वारा पश्चिम क्षेत्र की नॉक सुधारों पर गुजरात यूनिवर्सिटी अहमदाबाद में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
इस कार्यशाला में नॉक के डायरेक्टर प्रोफेसर गणेशन , गुजरात यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर नीरजा गुप्ता , सेंट्रल यूनिवर्सिटी गुजरात के कुलपति प्रोफेसर आर एम दुबे, नेपा दिल्ली (NIEPA) की कुलपति प्रोफेसर शशिकला बंजारी, और पश्चिम क्षेत्र के विश्विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के लगभग नौ सौ (900) शिक्षाविदों जिसमें अनेक कुलपति, डायरेक्टर, डीन आदि ने भाग लिया।
कार्यशाला में प्रमुख रूप से नॉक असेसमेंट और एक्रेडिटेशन विषय पर चर्चा हुई कार्यशाला में प्रोफेसर राज कुमार मित्तल , सदस्य यूजीसी एवं अखिल भारतीय सह संयोजक , स्वदेशी जागरण मंच ने कार्यशाला में भाग लिया और कहा कि संस्थाओं की असेसमेंट में उद्यमिता प्रोत्साहन को भी प्रमुख रूप से शामिल करने की जरूरत है।
ताकि विद्यार्थियों की मानसिकता नौकरी मागने बजाय नौकरी देने वाली हो इस अवसर पर उपस्थित विशेषज्ञों द्वारा जैविक उद्यमिता पुस्तक का विमोचन भी किया गया और सबके समक्ष इस विषय के महत्व को प्रोफेसर राज कुमार मित्तल ने बताया !!
#हर_युवा_उघमी #mysba #SwavalambiBharatAbhiyan #enterpreneur #business #businesssuccess #enterpreneurship